What are the major disadvantages of existing electric vehicles in India?
Imagine the plight of the Guy who purchased the Tata Nexon which promised 312 Kms range and drove from Delhi to Jaipur (300 Kms).
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Sathya Prakash Reddy shared the story in a Tata Tiago owner’s group. He bought the car last year in October. Recently, Sathya was driving with two of his friends from Ahmedabad to Hyderabad. The owner of the car says that it was his mistake and he was not concentrating on the road itself. Suddenly, he saw that there was a big pothole ahead and to avoid it, he turned the steering quickly. The car was at 100 km/h at that moment, which is how he lost control of the vehicle.
In Indian Law, three acts mainly cover the subject of pornography.
1. Information Technology(IT) Act, 2000
2. India Penal Code(IPC),
3. Protection of Children from Sexual Offences (POCSO) Act, 2012.
Watching porn privately is not ILLEGAL:
In India, it is not illegal to watch pornographic content in your private rooms or space.
अगर आप अपने कार्य क्षेत्र से अलग किसी नौकरी के लिए या किसी भी पद के लिए आवेदन कर रहे हो, टो रिज्यूमे को अपडेट करते समय कुछ तरकीबें को अपनाएं। इस तरह रिज्यूमे के चुने जाने की पूरी संभावना बनेगी।
आजाद भारत में उत्तर प्रदेश की राजनीति ने जिस मोड़ से अपना रास्ता बदला मुलायम सिंह यादव हमें वही खड़े दिखाई देते हैं। व पिछड़े वर्गों की आकांक्षाओं के प्रतीक बने, साथ ही मुलायम सिंह की राजनीति का एक ऐसा समीकरण रखने का श्रेय भी जाता है जिसके आगे पुराने सारे समीकरण फीके पड़ गए। इनमें चाहे जनता पार्टी को तोड़ना हो या सरकार बनाने के लिए बहुजन समाज पार्टी को साथ जोड़ना हो। अखाड़े की मिट्टी में बढ़े हुए मुलायम सिंह ने अपने पसंदीदा चरखा दाव का राजनीति में भी खूब इस्तेमाल किया।
पहले शिक्षक बने फिर राजनीति में उतरे
लोकसभा के डिजिटलीकरण और लोगों को संसद के साथ जोड़ने के निरंतर प्रयासों के तहत डिजिटल संसद ऐप लॉन्च किया गया है। ऐप में संसद की कार्यवाही दिन की प्रमुख खबरें आदि का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा पुरुष टॉक ऐप की मदद से संसद सदस्यों को मा सत्र में उनकी भागीदारी, 1947 से दिए गए बजट भाषण कॉमर्स 12 वीं लोकसभा से 17वीं लोकसभा तक की सभा की कार्यवाही के बारे में सामान्य जानकारी भी सुलभ होगी। वर्चुअल दौरे के अलावा, 2022 के बजट सत्र की कार्यवाही का सीधा प्रसारण ऐप पर देखा जा सकता है।
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को कहा है कि सरकार उद्योग के लिए गूगल के एंड्रॉयड पर एप्पल के आईओएस के विकल्प के रूप में एक स्वदेशी ऑपरेटिंग सिस्टम बनाने को लेकर अनुकूल परिवेश प्रदान करने की नीति लाने की योजना बना रही है।
चंद्रशेखर ने कहा कि फिलहाल मोबाइल फोन पर दो ऑपरेटिंग सिस्टम गूगल के एंड्रॉयड और एप्पल के आईओएस का दबदबा है। यह हार्डवेयर परिवेश को भी परिचालित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एक नया सिस्टम बनाने के लिए मंत्रालय और भारत सरकार की काफी दिलचस्पी है।
इंदिरा की कहानी इलाहाबाद के आनंद भवन में पैदा हुई एक ऐसी लड़की के बारे में है, जिसने लोकप्रियता और लोकतंत्र दोनों को एक साथ साधा और तमाम महारथियों को धूल चटा दी हुई देश की राजनीति के शिखर पर पहुंची। भारतीय राजनीति में एक समय था जब राम मनोहर लोहिया ने उन्हें गूंगी गुड़िया कहा था और मुरारजी देसाई उन्हें लिटिल गर्ल मान रहे थे कॉमन अगर देश में इंदिरा की ऐसी लहर उठी कि सब के कयास और कथित अनुभवी आकलन तिनके की तरह बह गए। जन संघ के नेता अटल बिहारी बाजपेई ने उन्हें दुर्गा कह कर सम्मानित किया।
पंडित जवाहरलाल नेहरू को जो भारत मिला कोमा उसकी जटिलताओं को देखते हुए दुनिया के तमाम विशेषज्ञ यह कह रहे थे कि मुल्क एक नहीं रह पाएगा। मगर नेहरू ने न केवल देश को एकजुट रखा बल्कि उसे अपने पैरों पर खड़ा भी किया। उन्होंने उस गुटनिरपेक्ष आंदोलन की नींव रखी, जिसने शीत युद्ध में फंसी दुनिया को एक नई राजनीति दी पुलिस टॉप विशेषज्ञ कहते हैं कि अगर नेहरु चाहते तो अपनी लोकप्रियता के चलते तानाशाह भी बन सकते थे कोमा लेकिन उन्होंने लोकतंत्र का लंबा रास्ता चुना।
पंडित नेहरू का सफरनामा
कांशी राम भारतीय राजनीति की वह शख्सियत हैं, जिन्होंने अपने राजनीतिक कौशल से उत्तर प्रदेश की सियासत की धारा को ही उलट कर रख दिया। दलितों के उद्धार को लेकर उन्होंने वह काम किया, जो आज तक कोई समाज सुधारक नहीं कर पाया। उन्होंने दलित समाज के संपन्न तबके को इकट्ठा किया और दलितों को सक्रिय राजनीति में लाकर सरकार बनाने की स्थिति में ला खड़ा किया, जिसके बारे में यह समाज पहले कभी सोच भी नहीं सकता था। इस महान इंसान के संघर्ष को मासिक और सफलता के बारे में बता रहे हैं।
1971 मैं अखिल भारतीय पिछड़ा और अल्पसंख्यक कर्मचारी महासंघ की स्थापना की।
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