पढ़ने के शौक ने पहुंचा दिया शीर्ष पर

भारत में 9000 से ज्यादा एडिटेक स्टार्टअप है जिनमें बाईजू से कि उपलब्ध ध्यान से उसे एक अलग ही पायदान पर खड़ा करती है हाल ही में यह है स्टार्टअप फीफा वर्ल्ड कप 2022 का अधिकारिक स्पांसर बना है

ऐसे हुई शुरुआत: केरल के एक गांव में जन्मे बाईजू रवींद्रन गणित में बहुत मेघावी थे। एक मल्टीनेशनल शिपिंग कंपनी में नौकरी के दौरान कुछ दोस्तों की एमबीए एंट्रेंस की तैयारी करवाई और खुद भी वह परीक्षा दी।उनका  पर्सेंटाइल 100 आया। पढ़ाना तो पसंद था ही तो इससे उत्साहित होकर और दोस्तों की सलाह पर उन्होंने कोचिंग देना शुरू कर दिया। शुरुआत में वह एक दोस्त के घर की छत पर एमबीए की कोचिंग देते थे। मौखिक प्रचार के बल पर का था छात्र मिलने लगे। मांग बढ़ती तो नौकरी छोड़कर इसी में लग गए। 2009 में उन्होंने कैट और वैसे ही अन्य परीक्षाओं के लिए वीडियो फॉर्मेट के कंटेंट का प्रयोग किया। यहीं से ऑनलाइन काम की शुरुआत की।2011 में उन्होंने बाइजू नाम से 'थींक' ऐड लर्न प्राइवेट लिमिटेड की एडिटेड प्रेम शुरू की और आपके लिए कंटेंट तैयार करना शुरू किया, जो 2015 में लांच भी कर दिया। तीन महीनों में ही  इससे 2000000  छात्र जुड़ गए। 2018 तक यह यूनिकॉर्न स्टार्टअप बन गया था।

भारत की अग्रणी एयरटेक कंपनी बाइजूस,स के संस्थापन रविंद्रन को पढ़ाने का शौक था। उन्होंने अपने इस शौक में तकनीक और मेहनत का तालमेल किया है कि आज दुनिया उन्हें जानती है।

चुनौतियां भी आई: एक बड़ी चुनौती थी यूजर को कंटेंट पर केंद्रित रखना। इसके लिए उन्होंने कंटेंट में गोमिफीकेशन का उपीयोग किया, कंटेंट के निजीकरण पर काम किया। मुफ्त और सशुल्क सेवाएं उपलब्ध कराई। वर्तमान मैं यह भारत की सबसे बड़ी ऐडटेक कंपनी है फुल फॉर्म भारत के सबसे धनी लोगों की 2020 की फ़ोब्र्स सूची में 
बायजु सबसे युवा अरबपति के तौर पर शामिल किए गए।