जमानत कैसे ओर क्या होती है । HOW TO GET BAIL

जमानत कैसे ओर क्या होती है । HOW TO GET BAIL

किसी की जमानत देने से पहले जान ले ये बातें । Law Regarding Bail Bond & Surety

हेलो फ्रेंड आज हम बात करते हैं की अदालत में किसी की जमानत लेने वाले के ऊपर क्या क्या जिम्मेदारियां आ सकती हैं सीआरपीसी चैप्टर XXXIII मैं जमानत के बारे में दिया हुआ है जो बोलता है किसी अपराध में किसी व्यक्ति को कोर्ट में पेश कराने की जिम्मेदारी लेना मतलब अदालत में एक्यूज्ड को समय-समय पर पेश करना और जब भी जज एक्यूज्ड को कोर्ट में पेश होने के लिए आदेश करें तब उसके प्रस्तुत होने की गारंटी लेने वाले व्यक्ति को जमानतदार जमानती या सिक्योरिटी कहा जाता है non-bailable ऑफिस पे सीआरपीसी सेक्शन 436 437 438 एंड 439 के तहत कोर्ट के द्वारा एक्यूज्ड को जमानत पर छोड़े जाने का प्रावधान है अगर बेलेबल ऑफेंस है तो पुलिस द्वारा भी जमानत दी जा सकती है

✅ procedure of bail bond and surety?

अब हम बात करते हैं कि जमानत की क्या प्रक्रिया होती है जब कोर्ट एक्यूज्ड को बेल ग्रैंड करती है तो उसके बाद एक्यूज्ड के परिवार वालों या जानकारों में से किसी को कोर्ट के समक्ष सुरेटी बॉन्ड बेल बांड प्रस्तुत करना होता है और सीआरपीसी सेक्शन 441 ए के अंतर्गत एफिडेविट देना होता है जिसमें वह घोषणा करता है कि वह एक्यूज्ड को जब भी कोर्ट बुलाया जाएगा तब हुआ कोर्ट में पेश करेगा

✅ who can become surety?

अब हम बात करते हैं कौन जमानत ही बन सकता है कोई भी एडल्ट पर्सन जमानत ही हो सकता है कोर्ट ने भी अमाउंट के बेल बांड का आर्डर करती है उतरे अमाउंट की जमानतदार को किसी संपत्ति का मालिक होना आवश्यक होता है जिसके डॉक्यूमेंट कोर्ट में बेल बांड के साथ जमा कराया जाता है जब तक कोर्ट में केस चलता है तब तक जमानत ई उस संपत्ति को बेच नहीं सकता कोर्ट आमतौर पर विकल के डाक्यूमेंट्स जमीन के डॉक्यूमेंट या बैंक फिक्स डिपाजिट को ही जमानत के तौर पर स्वीकार करता है

✅ Procedure when bond has been forfeited?

अब हम बात करते हैं वेलबाउंड जप्त होने के क्या परिणाम होंगे एक यूज के कोर्ट के समक्ष पेश न होने पर सीआरपीसी सेक्शन 446 के अंतर्गत जमानत को जप्त किया जा सकता है ऐसे में बिल अमाउंट में जितना अमाउंट होता है जमानतदार को उतने अमाउंट की वसूली का अधिकार कोर्ट को मिल जाता है यह अधिकार जुर्माना वसूल करने जैसा ही होता है इस अमाउंट को वसूलने के लिए जमानत ई के ऊपर केस चलाया जा सकता है और ऐसी परिस्थिति में कोर्ट द्वारा 6 महीने की जेल की सजा भी दी जा सकती है कोर्ट में बेल अमाउंट को जमा कर दिया कर दिया जाता है तो वह कोर्ट से भार मुक्त हो जाता है फिर कोर्ट उस अपराध के लिए जमानतदार को दोषी नहीं ठहरा सकती है

✅ Procedure in case of death of surety?

अब हम बात कर जमानतदार की अदर मृत्यु हो जाती है तो क्या होगा अगर किसी केस में केस में जमानत देने वाले जमानती की मृत्यु हो जाती है तो सेक्शन 446 सब सेक्शन 4 के अंतर्गत जिस प्रॉपर्टी को जमानतदार ने कोर्ट में दिया था जैसे कोई रजिस्ट्री या कोई विकल्प या फिक्स डिपाजिट इत्यादि तो वह प्रॉपर्टी उस बांड से फ्री हो जाएगी और एक्यूज्ड को कोर्ट के समक्ष नया जमानतदार पेश कर रहा होगा अगर एक्यूज्ड नया जमानतदार पेट नहीं कर पाता तो उसकी गिरफ्तारी के वारंट जारी कर उसको जेल में भेज दिया जाएगा

✅ how to release the bond from the court?

अब हम बात करते हैं अगर जमानतदार अपने जमानत को कोर्ट से वापस लेना चाहता है तो उसकी क्या प्रक्रिया होगी अगर जमानतदार कोई अविश्वास हो जाता है कि एक्यूज्ड मेरे कहने पर कोर्ट में पेश नहीं होगा तो इस पर प्रावधान है कि जमानतदार कोर्ट में एप्लीकेशन लगाकर और प्रेयर करके अपनी जमानत वापस मिल सकता है और वापस लेने के बाद दोबारा से एक्यूज्ड को फिर से अपना कोई नया जमाना थी कोर्ट में पेश करना पड़ेगा लाना पड़ेगा नहीं तो उसे जेल में जाना पड़ेगा