सदियों से हो रही खोपड़ी की सर्जरी

आज आधुनिक चिकित्सक विज्ञान ने 9 शरीर के लगभग हर अंग का ऑपरेशन करना संभव बना दिया है। हालांकि , सैकड़ों साल पहले भी ऐसे कारनामे किए जाते थे । हाल में ही 2000 साल पहले खोपड़ी के ऑपरेशन का एक सबूत मिला है । इसमें उस समय के डॉक्टरों ने धातु का इस्तेमाल कर टूटी हुई खोपड़ी को जोड़ दिया था।

धातु से जुड़ी गई इस खोपड़ी को वर्तमान में अमेरिका के ओकलाहोमा में म्यूजियम आफ ऑस्ट्रेलिया जी मैं रखा गया है। माना जाता है कि आज से 2000 साल पहले युद्ध के दौरान इस खोपड़ी वाले इंसान को चोट लगी थी इस योद्धा की खोपड़ी में फ्रैक्चर हो होने के कारण सर्जरी करनी पड़ी थी।

इस ऑपरेशन से योद्धा की खोपड़ी पूरी तरह से ठीक भी हो गई थी टूटी हुई खोपड़ी को बहुत गंभीर चोट माना जाता है इससे ना सिर्फ स्थाई विकलांगता हो सकती है, बल्कि बल्कि अगर इलाज नहीं हुआ तो मौत तक हो सकती है कोमा ऐसा माना जाता है कि पैरों के शरदा को इस सर्जरी को करने के लिए मजबूर किया गया इसके बाद उन्होंने टूटी हुई खोपड़ी को जोड़ने के लिए चमत्कारिक रूप से धातु को पिघलाकर इस्तेमाल किया था।

म्यूजियम आफ ओस्टियोलॉजी का भी मानना है कि आदमी इस सर्जरी से बच गया लेकिन खोपड़ी को इतिहास को लेकर अभी भी बहुत सारे रहस्य है।

म्यूजियम के एक प्रवक्ता ने कहा कि हम धातु को नहीं जानते है। परंपरागत रूप से उस समय इस प्रकार की प्रक्रिया के लिए चांदी और सोना का उपयोग किया जाता था इस खोपड़ी को पहले संग्रहालय से सार्वजनिक रूप से नहीं रखा गया था।

ओकलाहोमा में म्यूजियम ऑफ ओस्टियोलॉजी मैं रही है खोपड़ी

2000 साल पहले खोपड़ी की सर्जरी देखकर विज्ञान हैरान।

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