अटल बिहारी वाजपेयी का सफरनामा

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 24 दिसंबर 1922 को मप्र के गवालियर में हुआ। पिता कृष्ण बिहारी वाजपेयी ग्वालियर में अध्यापन कार्य तो करते ही थे इसके अलावा वे हिंदी में ब्रजभाषा के सिद्धहस्त कवि भी थे। अटल जी ने दिए की पढ़ाई गवालियर के विक्टोरिया कॉलेज वर्तमान में लक्ष्मीबाई कॉलेज से की। कानपुर के डीएवी कालेज से राजनीति शास्त्र शास्त्र में MA. की पढ़ाई की। फुल इसके बाद उन्होंने कानपुर में ही  एलुएलब की पढ़ाई भी प्रारंभ की कोमा लेकिन उसे बीच में ही विराम देकर पूरी निष्ठा से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्य में जुट गए। उन्होंने भारत रत्न और पढ़ा विभूषण सम्मान से भी नवाजा जा चुका है।

1952 उन्होंने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा लेकिन सफलता नहीं मिली।

1957 में यूपी के बलरामपुर से जनसंघ के प्रत्याशी के रूप में विजई होकर लोकसभा पहुंचे।

1957 से 1977 तक  जनसंघ के संसदीय दल के नाते रहे।

1962 से 1967 तक उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सासंद रहे।

1967 मैं दोबारा यूपी की बलरामपुर सीट से लोकसभा चुनाव जीते।

1968 से 1973 तब वह भारतीय जन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे।

1971 में मप्र की ग्वालियर सीट से लोकसभा पहुंचे।

1977 में मोरारजी देसाई की सरकार में विदेश मंत्री बने।

1980 में जनता पार्टी से संतुष्ट होकर उन्होंने जनता पार्टी छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी की स्थापना में लग गए।

1980 में भाजपा के अध्यक्ष पद का दायित्व संभाला।

1986 से 1991 तक मध्य प्रदेश से राज्यसभा सदस्य रहे।

1991 से 2009 तक यूपी की लखनऊ सीट से लोकसभा सांसद रहे।

1998 में प्रधानमंत्री बने और उनके नेतृत्व में तेरा दिलों की गठबंधन सरकार ने अपना कार्यकाल पूरा किया।

1998 मैं मई माह की 11:00 13 तारीख को उनके प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान ही पोखरण में परमाणु परीक्षण हुआ, जो सफल रहा।

2005 में उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया था और नई दिल्ली में अपने सरकारी आवास में रहते थे।

1989 की दौरा पड़ा था जिसके बाद वह बोलने में एक्सपर्ट हो गए थे।

2018 में अगस्त माह की 16 तारीख को भारत के इस महान राजनीतिज्ञ ने अंतिम सांस ली।